आगरा रोड: गोनेर से दांतली तक 300 फीट चौड़ी सड़क, कई कॉलोनियों को फायदा


जयपुर में आगरा रोड, जगतपुरा और इंदिरा गांधी नगर समेत एक हजार कॉलोनियों को बड़ा फायदा होने वाला है। इस इलाके में सबसे चौड़ी सड़क बनाने के लिए जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) ने काम शुरू करने का दावा किया है। 

यह सड़क गोनेर से दांतली सिरोली तक सीधी कनेक्टिविटी देगी। इस सड़क के निर्माण से रोपाड़ा मोड़ से आगरा रोड तक भी 200 फीट चौड़ी कनेक्टिविटी उपलब्ध होगी। इसका फायदा आसपास की एक हजार छोटी—बड़ी कॉलोनियों को होगा। यहां हाल में कई नई कॉलोनियां विकसित हो रही है। 

जयपुर के मास्टर प्लान में प्रस्तावित है

मास्टर प्लान में प्रस्तावित इस सड़क के लिए जेडीए ने गत वर्ष दिसंबर में गोनेर  से रोपाड़ा मोड़ तक सर्वे और डिमार्केशन की प्रक्रिया शुरू की थी। यह हिस्सा लगभग 7 किमी लंबाई में 300 फीट चौड़ा बनाया जाएगा। इसके बाद लूनियावास और आगरा रोड तक सड़क की चौड़ाई 200 फीट रहेगी।

समस्या यह आ रही है

वर्तमान में यहां सड़क केवल 60 से 80 फीट चौड़ी है और आगरा रोड से लूनियावास तक जगह-जगह अतिक्रमण मौजूद है। इस सड़क का पूरा उपयोग तभी संभव होगा, जब आगरा रोड से दांतली आरओबी तक अतिक्रमण हटाकर प्रस्तावित चौड़ाई में सड़क बनाई जाए।

डिजिटल गोल्ड कितना सेफ? ETF बेहतर या फिजिकल गोल्ड?

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गोल्ड और सिल्वर के लगातार बढ़ते दामों के बीच लोग तेज रिटर्न की उम्मीद में तरह–तरह से निवेश कर रहे हैं। लेकिन हाल ही में SEBI ने डिजिटल गोल्ड पर चेतावनी जारी की, जिसके बाद सवाल बढ़ गया—क्या डिजिटल गोल्ड सुरक्षित है? और ETF या फिजिकल गोल्ड में से बेहतर क्या है?


डिजिटल गोल्ड क्या है और कितना सुरक्षित है?

डिजिटल गोल्ड वह सोना है जिसे आप Paytm, PhonePe, Google Pay, Motilal Oswal जैसे प्लेटफॉर्म्स पर ऑनलाइन खरीदते हैं।

आप ₹1 से भी फ्रैक्शनल गोल्ड खरीद सकते हैं।

कंपनी आपके नाम पर उतना ही गोल्ड vault में सुरक्षित रखती है।

आप चाहें तो बाद में उसकी फिजिकल डिलीवरी भी ले सकते हैं।

भारत में डिजिटल गोल्ड की शुरुआत 2012 में Augmont ने की, बाद में MMTC-PAMP आया, जो भारत का सबसे बड़ा गोल्ड रिफाइनर है। इसकी वजह से यह प्रोडक्ट लोगों में लोकप्रिय हुआ।


SEBI ने चेतावनी क्यों दी?

क्योंकि डिजिटल गोल्ड को कोई रेगुलेटर नहीं देखता:

ना SEBI

ना RBI

डिजिटल गोल्ड स्टॉक/कमोडिटी नहीं, और डिपॉजिट प्रोडक्ट भी नहीं माना जाता।
इसका मतलब यह है कि:

➡️ अगर डिजिटल गोल्ड बेचने वाला प्लेटफॉर्म डिफॉल्ट कर गया,
➡️ तो SEBI आपको कोई सुरक्षा नहीं दे पाएगी।

यही कारण है कि SEBI ने कहा है—सावधानी बरतें।

फिर भी इसका मार्केट तेजी से बढ़ा है:
2021 में ₹5,000 करोड़ → अब ₹13,800 करोड़।


🤔 अगर आपने पहले से डिजिटल गोल्ड खरीदा है?

घबराने की बिल्कुल जरूरत नहीं।

आपके पास 3 विकल्प हैं:

  1. फिजिकल डिलीवरी ले लें

  2. बेचकर गोल्ड ETF या गोल्ड फंड में शिफ्ट हो जाएं

  3. अगर प्लेटफॉर्म पर भरोसा है, तो होल्ड भी कर सकते हैं (रिस्क आपका होगा)


🟡 गोल्ड में निवेश के तीन सुरक्षित तरीके


1. फिजिकल गोल्ड (सबसे पारंपरिक तरीका)

✔️ बिस्किट या सिक्के खरीदें
❌ ज्वेलरी से बचें

क्यों?
क्योंकि ज्वेलरी में:

10–20% तक मेकिंग चार्ज

24 कैरेट प्योर गोल्ड नहीं मिलता

बेचते समय कटौती भी ज्यादा लगती है

निवेश के लिए बेस्ट:
→ 24K गोल्ड बिस्किट/सिक्का
→ 999 purity


2. गोल्ड ETF (सबसे पारदर्शी और सुरक्षित)

गोल्ड ETF स्टॉक मार्केट में ट्रेड होते हैं।

✔️ पूरी तरह SEBI रेगुलेटेड
✔️ शुद्धता की चिंता नहीं
✔️ चोरी का खतरा नहीं
✔️ मार्केट प्राइस ट्रांसपेरेंट

ज़रूरी:
→ Demat अकाउंट
→ ब्रोकरेज (थोड़ा सा)

यह तरीका लंबे समय में सबसे क्लीन और सुरक्षित निवेश माना जाता है।


3. गोल्ड म्यूचुअल फंड (ETF का आसान वर्ज़न)

गोल्ड फंड में फंड मैनेजर गोल्ड ETF या गोल्ड से जुड़े स्टॉक्स में पैसा लगाते हैं।

✔️ Demat की जरूरत नहीं
✔️ SIP में निवेश कर सकते हैं
✔️ छोटे निवेशकों के लिए बेस्ट

यह उन लोगों के लिए आसान है जिन्हें:

ETF ट्रेडिंग नहीं करनी

बस हर महीने गोल्ड में SIP करनी है


🏆 कौन सा विकल्प सबसे बेहतर?

निवेश तरीकासुरक्षालिक्विडिटीरेगुलेशनकिसके लिए?
फिजिकल गोल्डमध्यमकमनहींपारंपरिक निवेशक
डिजिटल गोल्डप्लेटफॉर्म पर निर्भरहाईनहींछोटे निवेश और गिफ्टिंग
गोल्ड ETFबहुत सुरक्षितबहुत हाईSEBIगंभीर/लॉन्ग-टर्म निवेश
गोल्ड म्यूचुअल फंडसुरक्षितहाईSEBISIP वाले निवेशक

सबसे सुरक्षित: Gold ETF
सबसे आसान: Gold Mutual Fund (SIP)
गिफ्टिंग/छोटे अमाउंट के लिए: Digital Gold
पारंपरिक/लॉकर्स वाले लोगों के लिए: Physical Gold

जौहरी बाजार, जयपुर: खरीदारी, ज्वैलरी, कपड़े और घूमने की पूरी गाइड | Johari Bazaar Jaipur


जौहरी बाजार जयपुर राजस्थान की राजधानी का सबसे प्रसिद्ध और ऐतिहासिक बाज़ार है। अपनी जेम्स एंड ज्वैलरी, सांगानेरी प्रिंट, बंधेज, लहरिया और पारंपरिक राजस्थानी खरीदारी के लिए यह बाजार दुनिया भर में मशहूर है। अगर आप जयपुर में शॉपिंग की प्लानिंग कर रहे हैं, तो जौहरी बाजार आपके लिस्ट में सबसे ऊपर होना चाहिए।

जानिए - जौहरी बाजार कहां है? यहां क्या फेमस है? क्या खरीदें? कैसे पहुंचें? और किन बातों का ध्यान रखें?

जौहरी बाजार कहां है? | Johari Bazaar Location

जौहरी बाजार पुराने जयपुर शहर का सबसे जीवंत बाज़ार है। यह बड़ी चौपड़ से लेकर सांगानेरी गेट तक फैला हुआ है। बाज़ार चारों ओर से आसानी से पहुंचा जा सकता है—

 एमआई रोड, आगरा रोड और टोंक रोड से आने वाले सांगानेरी गेट से प्रवेश कर सकते हैं।
दिल्ली रोड या आमेर से आने वाले बड़ी चौपड़ की ओर से बाज़ार में पहुंचते हैं।
Google Maps पर “Johari Bazaar Jaipur” सर्च करते ही लोकेशन मिल जाएगी।

जौहरी बाजार क्यों फेमस है? | Why Johari Bazaar is Famous

जौहरी बाजार जयपुर अपनी ज्वैलरी, गुलाबी इमारतों, प्राचीन संस्कृति और पारंपरिक शॉपिंग के लिए जाना जाता है। यहां आपको—
सोने–चांदी की ज्वैलरी
डायमंड ज्वैलरी
जेमस्टोन और राशि रत्न
सांगानेरी और बंधेज प्रिंट
राजस्थानी पारंपरिक ड्रेस
सब कुछ एक ही जगह मिल जाता है।
इसके अलावा—
सांगानेरी गेट की ओर दो प्रसिद्ध हनुमान मंदिर स्थित हैं।
बाज़ार में जामा मस्जिद भी है, जो इसकी सांस्कृतिक विविधता को दर्शाती है।

जौहरी बाजार में क्या खरीदें? | What to Buy in Johari Bazaar

1. जयपुर की ज्वैलरी (Gold, Silver, Diamond Jewellery)
जौहरी बाजार को “Jewellery Hub of Jaipur” कहा जाता है। यहाँ आपको मिलेगा—

Gold Jewellery
Silver Jewellery
Diamond Jewellery
Kundan, Polki, Meenakari Jewellery
Semi-Precious Stones
राशि रत्न

शादियों और खास मौकों के लिए यहां बेहतरीन विकल्प उपलब्ध हैं।

यदि आप कपड़ों के शौकीन हैं, तो जौहरी बाजार आपके लिए परफेक्ट है। यहां उपलब्ध हैं—

जयपुरी प्रिंट के कपड़े
सांगानेरी प्रिंट साड़ियां व कुर्ते
बंधेज साड़ी
लहरिया ड्रेसेस
राजपूती ड्रेस
पार्टी वियर साड़ी, लहंगा, बेस
जयपुरी व जोधपुरी साफे-पगड़ियां
यहां कीमतें भी काफी किफायती हैं।

3. आर्टिफिशियल ज्वैलरी
अगर आप बजट में खरीदारी करना चाहते हैं, तो यहां की आर्टिफिशियल ज्वैलरी बेहतरीन है—

सिल्वर ऑक्साइड ज्वैलरी
राजपूती ज्वैलरी
कुंदन–मीणा सेट
इयररिंग, नेकलेस, चूड़ियां

जौहरी बाजार कैसे पहुंचे? | How to Reach

निकटतम मेट्रो स्टेशन: बड़ी चौपड़ (Walking Distance)

बस: BRTS और सिटी बसें नियमित चलती हैं

एयरपोर्ट से दूरी: लगभग 12–13 किलोमीटर

रेलवे स्टेशन से दूरी: लगभग 5–6 किलोमीटर

जौहरी बाजार की समस्याएं | Issues in Johari Bazaar

जौहरी बाजार जितना खूबसूरत है, उतना ही चुनौतियों से घिरा हुआ भी है—

1. अतिक्रमण और अवैध निर्माण
गुलाबी रंग की इमारतें अब पहले जैसी एकरूप नहीं दिखतीं। दुकानों में अवैध निर्माण और मनमाने रंग–रोगन ने बाजार की ऐतिहासिक पहचान को नुकसान पहुंचाया है।
2. पार्किंग समस्या
जौहरी बाजार में पार्किंग सीमित है।
बेहतर है कि वाहन रामनिवास बाग या रामलीला मैदान की पार्किंग में खड़ा करें।
3. भारी ट्रैफिक
 वाहन 90° पर खड़े होने से ट्रैफिक जाम आम बात है।
यहां पैदल घूमना ही सबसे अच्छा अनुभव देता है।
4. ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई
अगर आपका वाहन उठाया जाता है, तो इसे जेएलएन मार्ग, रामनिवास बाग गेट के पास चालान भरकर प्राप्त किया जा सकता है।


जौहरी बाजार कब जाएं? | Best Time to Visit Johari Bazaar

सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक सबसे अच्छा समय है।

रविवार को कई दुकानें बंद रहती हैं, इसलिए प्लानिंग करके जाएं।

सर्दियों में घूमने का मज़ा दुगुना हो जाता है।

जौहरी बाजार जयपुर का दिल है—जहां परंपरा, कला, संस्कृति और आधुनिक खरीदारी सब एक साथ मिलते हैं। चाहे आप ज्वैलरी खरीदना चाहते हों, राजस्थानी कपड़ों की तलाश में हों या बस पिंकसिटी की खूबसूरती को महसूस करना चाहते हों—जौहरी बाजार जरूर जाएं।

क्या इस बार शादी के खाने का मेन्यू बदलेगा, हलवे में गाजर की जगह मूंग होगा

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शादी का सीजन शुरू हो चुका है। शहनाइयां गूंजने लगी है। सब्जियों की कीमतों का असर शादियों पर भी नजर आ सकता है।

तैयार रहे फिर बढ़ने वाली है डीजल—पेट्रोल की कीमतें

जयपुर। डीजल—पेट्रोल की दरों में 15 दिसम्बर के बाद बदलाव होगा। अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी का असर देश में डीजल—पेट्रोल की कीमतों में पर पड़ेगा। 
भारत में डीजल—पेट्रोल के मूल्य की समीक्ष के लिए तेल कम्पनियों की बैठक 15 दिसम्बर को प्रस्तावित है। इस बैठक में अंतराष्ट्रीय बाजार के मद्देजनर आगामी पखवाड़े के लिए कीमतें तय की जानी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में पिछले दिनों करीब 20 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वर्तमान में कच्चे तेल के दाम 55 डालर प्रति बैरल है। जबकि पिछले महीने के दूसरे पखवाड़े में यह दरें करीब 45 डालर प्रति बैरल थी। ऐसे में एक से दो रूपए प्रति लीटर डीजल एवं पेट्रोल में बढ़ोतरी की संभावना है। गौरतलब है कि पिछली समीक्षा के बाद तेल कम्पनियों ने 1 दिसंबर से पेट्रोल के दाम 13 पैसे प्रति लीटर बढ़ाए गए थे, जबकि डीजल 12 पैसे प्रति लीटर सस्ता किया गया था। 

इसलिए बढ़ी है अंतराष्ट्रीय बाजार में दरें 

रूस समेत 10 गैर-ओपेक देशों के भी कच्चा तेल उत्पादन में कटौती पर सहमत होने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 20 फीसदी बढ़कर 55 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच चुके हैं। ऐसे में घरेलू बाजार में कीमतों में बड़ी बढ़ोतरी लगभग तय मानी जा रही है।

कार्ड पेमेंट कम्पनियां दे सकती है लुभावने Offers

पिंकसिटी मार्केट न्यूज डेस्क. केन्द्र सरकार की ओर से कैशलैस ट्रांजैक्शन  को बढ़ावा देने की पॉलिसी को देखते हुए कार्ड पेमेंट संचालन करने वाली कंपनियां भी अपना बिजनेस तलाशने लग गई है। ये कम्पनियां रीटेलर्स और स्मॉल शॉपकीपर्स के बीच अपनी साख बनाने के लिए कई तरह के आॅफर घोषित करने की तैयारी कर रही है। 
अमेरिकी कम्पनी मास्टर कार्ड ने कैशलैस ट्रांजैक्शन मूवमेंट का हिस्सा बनने की पहल की है। वीजा और दूसरी कम्पनियां भी अपनी रणनीति बनाने में जुट गई है। मास्टर कार्ड के अनुसार, कम्पनी रीटेलर्स और स्मॉल शॉपकीपर्स के के साथ मिलकर न केवल डेबिट-क्रेडिट कार्ड से पेमेंट लेने को प्रोत्साहित करेगी बल्कि उसके फायदे भी बताएगी। इसके लिए मास्टर कार्ड ने फिलहाल कन्फेडरेशन आफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CIT) के साथ हाथ मिलाया है। 
मास्टर कार्ड कम्पनी कार्ड पेमेंट में सिक्योरिटी को लेकर भ्रांतियों को भी दूर कर रहा है ताकि वे अपने शॉपकीपर्स ग्राहकों को आगे समझा सकें। कम्पनी का मानना है ​कि भारत में कैशलैस पेमेंट का यह तरीका आने वाले समय में काफी लोकप्रिय बनेगा। हालांकि अभी कार्ड पेमेंट लेने की दिक्कत से अधिक टर्मिनल मशीनों की सप्लाई का सवाल बड़ा है। अभी देश में पीओएस मशीनों की संख्या काफी कम है। इसे बढ़ाने की आवश्यकता है। कार्ड पेमेंट को बढ़ावा देने से नकदी के प्रबंधन के कारण बैंक पर आने वाली लागत कम हो जाती है। सरकार को भी लोगों को प्रोत्साहन देने के लिए आगे आना होगा। कार्ड से भुगतान करने पर लोगों को टैक्स छूट का लाभ दिया जा सकता है। 
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